नजर में आ जाओ,
नजर में आ जाओ घनश्याम आँखे चार हो जाए,
तुम्हे दिल में बिठा लू और बाते चार हो जाए,
नजर में आ जाओ......
बड़ी ही बेकरारी है के तेरी इंतजारी है,
ये तेरी संवरी सूरत मुझे तो जान से प्यारी है,
ज़रा तुम सामने बैठो तेरा दीदार हो जाए,
नजर में आ जाओ......
कही लगता नहीं प्यारे मेरा ये दिल तुम्हारे बिन,
ना कट ती है मेरी राते न कट ता है मेरा दिन,
तुम्हारे नाम के सदके ये जीवन पार हो जाये,
नजर में आ जाओ......
तुम्हारे ही भरोसे पर है छोड़ा इस ज़माने को,
मिले ब्रिज वास अब थोड़ा तुम्हारे इस दीवाने को,
तुम्हारे पागलो से अब मुझको तो प्यार हो जाये,
नजर में आ जाओ......