मेरी मटकी पर नजर मत डारे रसिया,
रसिया मत डारे रसिया मत डारे रसिया,
मेरी मटकी पर नजर मत डारे रसिया॥
मैंने जमुना पर बुलाया क्यों ना आयो रसिया,
सारे रास्ते में बिखर गए हो मेरो माखन रसिया,
मेरी मटकी पर नजर....
मैंने पनघट पर बुलाया क्यों ना आयो रसिया,
सारी सखियों को खिला दियो मैंने माखन रसिया,
मेरी मटकी पर नजर....
मैंने मधुबन में बुलाया क्यों ना आयो रसिया,
सारे वालों को खिला दिया मैंने माखन रसिया,
मेरी मटकी पर नजर....
मैंने बगियन में बुलाया क्यों नहीं आयो रसिया,
पत्ते पत्ते पर लगा दिया मैंने माखन रसिया,
मेरी मटकी पर नजर....
मैंने बरसाने बुलाया क्यों ना आयो रसिया,
छीके छीके पर लटका दिया मैंने माखन रसिया,
मेरी मटकी पर नजर मत डालो रसिया....