छोड़ जाने दे अब तक हुआ जो हुआ,
श्याम को हर कमी तेरी मंजूर है,
रात भर था सिरहाने वो बैठा हुआ,
तुझे लगता था तुझसे बहुत दूर है,
बन्दे अब छोड़ दे हर बड़ी,
श्याम भजले घडी दो घडी,
जीत जायेगा तू हर कदम पर इसकी नज़रे जो तुझपे पड़ी,
श्याम भजले घडी दो घडी.....
तेरे भजनो का गा न सके ऐसी वाणी का क्या फायदा,
तालियां जो बजा न सके ऐसे हाथो का क्या फायदा,
दिल वाले कर दिल लगी,
श्याम भजले घडी दो घडी.....