भक्तो के मन चस्का है अब मेले की तैयारी का,
देखो क्या सुन्दर बन रहा है मंदिर ये लखदातारी का......
खाटू के इस श्याम धणी की लीला अजब निराली है,
मोरछड़ी लहरा दे जिसके उसके रोज़ दिवाली है,
सुना है चर्चा हर घर में मोरछड़ी इस प्यारी का,
देखो क्या सुन्दर बन रहा है मंदिर ये लखदातारी का......
रींगस से खाटू निशान की मन में भारी इच्छा है,
करता भक्तों की सुनवाई श्याम दयालु सच्चा है,
श्याम मेरा शौकीन है नीले की असवारी का,
देखो क्या सुन्दर बन रहा है मंदिर ये लखदातारी का.....
सुन्दर लागे खाटू नगरी मन दर्शन की आवे जी,
अविनाश बाबा दर्शन खातिर हर ग्यारस पे आवे जी,
सारे जग में डंका बजता मेरे लखदातारी का,
देखो क्या सुन्दर बन रहा है मंदिर ये लखदातारी का......