मोपे इतनी किरपा बरसना मैं भी देखु तेरो बरसाना,
राधा रानी किरपा बरसाना मैं भी देखु तेरो बरसाना,
याहा बदले मुकदर जाते है,
लोग बनके दीवाने आते है,
मुख से राधे ही राधे गाते है,
तेरी दया दृष्टि जब पाते है,
करके करुणा का कोई बहाना,
मोपे इतनी किरपा बरसना.........
मैंने माना श्री राधा मैं गुन्हा गार हु,
पाप इतने किये मैं खता वार हु,
नाम तेरा सुना तुम दिया वां हो,
सबपे करती किरपा चाहे अनजान हो,
फिर मैं क्यों रहू बेगाना,
मोपे इतनी किरपा बरसना....
तेरा नाम जपन की शक्ति मिले,
मुझपे करुणा किरपा मुझको भक्ति मिले
शेष जीवन मेरे का कुछ अर्थ हो हरिदास कहे तुम समर्थ हो,
मन पे प्रेम का दीपक जलाना,
मोपे इतनी किरपा बरसना.......