हमे तो लूट लिया घनश्याम मुरलीवाले नी,
ब्रिज के गवाले ने काली कमरी वाले ने,
लुट लिया लुट लिया श्याम ने,
सलोने श्याम ने बंसी बजा के लुट लिया
प्रभु घनश्याम ने झांकी बना के लुट लिया,
लुट लिया लुट लिया श्याम ने,
ज़माने भर में कह दूगा तुमने चोरी की,
और चोरी भी कैसी सीना चोरी की,
सोहने वाले को तुमने जगा के लुट लिया,
किसी गरीब को घर बुला के लुट लिया,
लुट लिया लुट लिया श्याम ने,
हमे तो लूट लिया घनश्याम मुरलीवाले नी,
ब्रिज के गवाले ने काली कमरी वाले ने,
राधे राधे राधे राधे गोविन्द राधे गोविंदा भजो वृदावन चंदा,
जीवन के नाथ दयाल रे भजो राधे गोविंदा,