मेरे बांके बिहारी सांवरियां क्यों ये परदे लगाए हुए है,
तेरे नैनो से नैना मिलाने हम भी दर तेरे आये हुए है,
तेरी छुपने की आद्दत पुराणी मैं भी दासी हु तेरी दीवानी,
इश्क़ की चोट खाई है तुमसे,
अपना दिल भी लुटाये हुए है,
मेरे बांके बिहारी सांवरियां क्यों ये परदे लगाए हुए है,
तेरे लाखो हज़ारो दीवाने मेरी गिनती किसी में नहीं है,
फिर भी आये है तुमको रिझाने,
नीर आँखों में लाये हुए है,
मेरे बांके बिहारी सांवरियां क्यों ये परदे लगाए हुए है,
जब वो आई करोली की रानी तब थे न क्यों ये परदे लगाए,
खोल कर कान सुन लो जी तुम तो घर ले जाने के लिए आये हुए है,
मेरे बांके बिहारी सांवरियां क्यों ये परदे लगाए हुए है,