तेरी शिक्षाए और प्यार साथी बन साथ निभाते है,
मधुवन के वो दिन रात बाबा तेरी याद दिलाते है,
तेरी शिक्षाए और प्यार साथी बन साथ निभाते है,
बेठू कमरे में जाके, मिलता तू वत्सल से आके,
होते है निहाल ये नैना बाबा तुझे सामंने पाके,
तेरे मीठे मीठे बेन कानो में आज भी आते है,
तेरी शिक्षाए और प्यार साथी बन साथ निभाते है,
चलते फिरते यु लागे तू संग को जैसे हमारे,
भगियां में कभी कुटियाँ में करे तेरे अनुभव न्यारे,
मधुवन के कण कण में तेरा ही नजारा पाते है,
तेरी शिक्षाए और प्यार साथी बन साथ निभाते है,
तेरे कदमो के निशान हमें तेरी राह दिखाये,
संसार में सबकी सेवा करने का पथ पढाये,
तूने जो दिखाई राह हम उसपे चलते जाते है,
तेरी शिक्षाए और प्यार साथी बन साथ निभाते है,