मेरे बाबा का पैगाम अब तो चलना परमधाम ,
वापिस जाना है हम सब को दिव्ये लोक निज धाम,
मेरे बाबा का पैगाम अब तो चलना परमधाम ,
नश्वर दुनिया के रिश्ते सब ही ,
विनाशी सुख मिलता हो पर दुःख है जीवन भर है,
मुक्ति की वन मुक्ति वर्सा पा जाओ तमाम,
मेरे बाबा का पैगाम अब तो चलना परमधाम ,
मन के तार प्रभु से जोड़ो बिंदु रूप है इनका,
सदा शिव कल्याण कारी कातयाग परम है चिंता,
बात आल्हा के ऊपर और राम है ना
मेरे बाबा का पैगाम अब तो चलना परमधाम ,
सुख की दुनियां आने वाली सतियो के संसार,
आनंद प्रेम वाली दुनियां विश्व है इक परिवार,
नरसी नारयण और बन जाओ चलना है सुख धाम.,
मेरे बाबा का पैगाम अब तो चलना परमधाम ,