कुंडलपुर के बड़े बाबा की बड़ी निराली शान है,
हो...यहाँ विराजे आदि प्रभु की प्रतिमा बड़ी विशाल है,
यहाँ विराजे आदि प्रभु की प्रतिमा बड़ी विशाल है,
हो.....वाह वाह क्या बात है बाबा जब साथ है॥
सिद्धो की इस पुण्य धरा पर बड़े बाबा का वास है,
सबसे ज्यादा विद्या गुरु का हुआ यही चौमास है,
कुंडलपुर की चूलगिरी को वंदन बारंबार है,
हो.....वाह वाह क्या बात है बाबा जब साथ है॥
कितने भी संकट हो हमको चाहे दिन या रात हो,
कैसा भय और कैसी चिंता बाबा जब तू साथ हो,
कुंडलपुर की चूलगिरी को वंदन बारंबार है,
हो.....वाह वाह क्या बात है बाबा जब साथ है॥
कुंडलपुर के बड़े बाबा की बड़ी निराली शान है,
हो...यहाँ विराजे आदि प्रभु की प्रतिमा बड़ी विशाल है,
यहाँ विराजे आदि प्रभु की प्रतिमा बड़ी विशाल है,
हो.....वाह वाह क्या बात है बाबा जब साथ है॥