मैं ता रज रज दर्शन पावा अखिया खोल खोल के,
अखिया खोल खोल के अखिया खोल खोल के,
तेरे चरना दी मैं हा राजी,
तेरे दर तो मुडा ना प्यासी,
तेरे नाम दा प्याला पीना अखिया खोल खोल के,
मैं ता........
तेरे दरश दी मैं हा दीवानी,
अपने चरना दी देजा निशानी,
अखिया प्यासिया नु ना तरसा अखिया खोल खोल के,
मैं ता........
तेरे चरना च मैं रेन गुजारा ,
तैनू रो रो के पुकारा,
अखा थक गईया तक तक राहवा अखिया खोल खोल के,
मैं ता........