लहरे निशान चारो दिशा में सांवरिया,
चलो खाटू के नगर वो सुहानी सी डगर जरा देखो तो देखो तो,
हे प्रेमी जरा जय श्री श्याम बोलो सुबह शाम हो,
खुश हो जायेगे मेरे बाबा सुन कर अपना नाम हो,
बाबा के छवि मन को भाये,
जैसे चंदा चकोर हो,
तेरा मेरा बरसो का नाता है सांवरिया,
चलो खाटू के नगर वो सुहानी सी डगर जरा देखो तो देखो तो,
पेटे पलानियाँ कोई जाए प्रेमी कोई जाए नंगे पाँव हो,
लेके निशान हाथो में उठा के चलते श्याम क गांव,
धरती झूमे अम्बर झूमे झूमे सारे जहां,
मन हरषाये झूमे नाचे रे टाबरियां,
चलो खाटू के नगर वो सुहानी सी डगर जरा देखो तो देखो तो,
श्याम कुंड में डुबकी लगा लो बहे गंगा की धार,
भर कर अंजलि में अमृत को कर जीवन उधर हो,
इतर की खुसबू से है महके,
सारा खाटू धाम,
हारा का सहारा बने श्याम सांवरियां,
चलो खाटू के नगर वो सुहानी सी डगर जरा देखो तो देखो तो,