तेरी दया से खाटु वालेे मेरा गुजारा चलता है,
मिलता तुझसे दाना पानी तब मेरा घर पलता है....
तेरे रहते चिंता करूं क्यूँ, पता है जब तू साथ है,
मेरे जैसे हारे हुओं का तू ही दीनानाथ है,
मेरे जीवन के अंधियारे में तेरे नाम का दीपक जलता है,
तेरी दया से खाटु वालेे मेरा गुजारा चलता है........
सेवा में जो अपनी लगाया कृपा प्रभु ये तेरी है,
गुण को तेरे मैं गा पाऊँ कहा हैसियत मेरी है,
मेहर नज़र तू जिसपर करता वो ही तुझको भजता है,
तेरी दया से खाटु वालेे मेरा गुजारा चलता है........
जब से तुने अपना बनाया दुनिया मेरी बदलने लगी,
किस्मत सोई थी जो मेरी तेरी दया से जगने लगी,
अश्विन का पल वो ही सही है जो तेरे भजन मे गुजरता है,
तेरी दया से खाटु वालेे मेरा गुजारा चलता है........