अमृत बरस रेहो अम्बर से,
छम छम कर तो आजा बाबा नीले चढ़ के,
फुला के गजरो से बाबा यो सिंगार सजाया,
केसर की खुसबू से मेरो अंगन है महकाया,
प्यारो शृंगार सजाआयो क्यों तू देर करे ,
छम छम कर तो आजा बाबा नीले चढ़ के,
भगतो ने सब मिल कर बाबा तेरी ज्योत जलाई,
नीले वाले जल्दी आजा करले आज सुनाई
अर्जी लगाई मैंने आजा सुन के,
छम छम कर तो आजा बाबा नीले चढ़ के,
खीर चूरमा माखन मिश्री छप्पन भोग लगाया,
आजा बाबा भोग लगा के आके दर्श दिखा दे,
भजन सुनावा आजा झूम झूम के,
छम छम कर तो आजा बाबा नीले चढ़ के,