उधो उस मुरली वाले ने हमे कितना सताया है,
के मर भी तो नहीं सकते प्रेम में यु फस्या है,
उधो उस मुरली वाले ने हमे कितना सताया है,
छोड़ कर के हमे रोते वसे द्वारिका जा कर,
खबर तक नहीं रही फिर के कैसा दिल से भुलाया है,
उधो उस मुरली वाले ने हमे कितना सताया है,
इधर जाए उधर जाए किसे पूछे किधर जाए,
भूल क्या हो गई हमसे जो गम ऐसा जुडाया है,
उधो उस मुरली वाले ने हमे कितना सताया है,
लोक और लाज सब त्यागे श्याम की याद में जागे,
उधो हम आये है भागे श्याम ने जब भुलाया है,
के मर भी तो नहीं सकते प्रेम में यु फस्या है,
उधो उस मुरली वाले ने हमे कितना सताया है,