रंगीली राधा रसिकन प्राण,
रंगीली राधा रसिकन प्राण।
सरस किशोरी की रसबोरी,
भोरी मृदु मुस्कान।
सुबरन बरन गौर तनु सुबरन,
नील बरन परिधान।
कनकन मुकुट लटन की लटकनि,
भ्रिकुटिन कुटिल कमान।
कनकन कंकन, कनकन
किंकिन कनकन कुंडल कान।
लखि लाजत श्रृंगार लाडलिही,
कहँ लौं करिय बखान।
होत ‘कृपालु’ निछावर जा पर,
सुन्दर श्याम सुजान।