सुमिरन हो सदा इस मुख पे तेरा,
चरणों में तेरे मेरा ध्यान रहे,
चाहे कितनी भूलनदी मिल जाये मन में न कभी अभिमान रहे,
तुम जग को पालने वाले हो,
एक अर्ज मेरी भी सुन लेना,
मिल सेवा तुम्हारे चरणों की,
होठो में मेरे मुस्कान रहे,
सुमिरन हो सदा इस मुख पे तेरा
नित तेरा नाम जपु भगवन,
ऐसी भक्ति देना मुझको तेरा नाम के माला जपता रहु,
ना उस में कोई प्रब धान रहे,
सुमिरन हो सदा इस मुख पे तेरा
सत्संग की पूंजी मिल जाए,
जीवन मस्ती में बीत रहा,
मुक्ति भी मेरी आसान रहे,
सुमिरन हो सदा इस मुख पे तेरा