श्री राधा रसिक बिहारी,
तेरी सुरत है प्यारी प्यारी
जब यमुना पे जल भरने जाऊ
जल भरने जाऊ जल भरने जाऊ
मेरे पीछे पीछे आये गिरधारी
श्री राधा......
जब दही बेचन जाऊ कुंजन में
जाऊ कुंजन में जाऊ कुंजन में
मेरी मटकी फोडे गिरधारी
श्री राधा.......
घूंघट खोल कहे मुझसे भाभी
कहे मुझसे भाभी कहे मुझसे भाभी
वो तो नैनो से मारे कटारी
श्री राधा......
मना किये वो ना माने
वो ना माने वो ना माने
मेरी सारी चुनरीया कारी
श्री राधा.......