तू ना रोना की तू है भगत सिंह की माँ
मरके भी लाल तेरा मरेगा नहीं
घोड़ी चढ़के तो लाते है दुल्हन सभी
हस्के हर कोई फ़ासी चढ़ेगा नहीं
इश्क़ आज़ादी से आशिको ने किया
देख लेना उसे हम ब्याह लाएंगे
ऐ वतन ऐ वतन
हमको तेरी कसम,तेरी राहों में जान तक लूटा जायेंगे
जब शहीदो की अर्थी उठे धूम से
देश वालो तुम आंसू बहाना नहीं
पर मनाओ जब आज़ाद भारत का दिन
उस घड़ी तुम हमे भूल जाना नहीं
लौट कर आ सके ना जहां में तो क्या
याद बन के दिलो में तो आ जायेंगे
ऐ वतन ऐ वतन
हमको तेरी कसम,तेरी राहों में जान तक लूटा जायेंगे
ऐ वतन ऐ वतन
फिल्म - शहीद(1965)