आते जाते हुए गुनगुनाया करो
राम बोला करो राम गाया करो
रिश्ता रखते हो जैसे तुम संसार से
मोह बंधन बंधा है जैसे परिवार से
थोड़ा उससे भी रिश्ता निभाया करो
राम बोला करो...
कौन कहता है की छोड़ कर काम को
अच्छा हो याद रखो अगर राम को
सुख दुःख में ना उनको भुलाया करो
राम बोला करो...
जिंदगी है ये यूँ ही निकल जाएगी
शान शौकत की दुनियां उजड़ जाएगी
अपने मनसे से उनको भुलाया करो
राम बोला करो...