एह श्याम खाटू वाले खाटू मुझे भुला ले,
अपना बना के हम को अपने गले लगा ले,
एह श्याम खाटू वाले खाटू मुझे भुला ले,
चरणों का दास बन कर सेवा करुगा तेरी,
जैसे भी रखोगे बाबा वही ज़िंदगी हो मेरी,
हमदर्द बन के सारे दर्दो को तू मिटा दे,
एह श्याम खाटू वाले खाटू मुझे भुला ले,
हमने सुना है तुहि हारे का है सहारा,
मेरी नाव भवर अटकी सूजे नहीं किनारा,
नैया को हे खिवैयाँ भव पार तू लगा दे,
एह श्याम खाटू वाले खाटू मुझे भुला ले,
कहता है पिंटू सब से तेरे भजन जो जाता,
हारे का साथी बन कर हारे को तू जीतता,
जग में नहीं है दूजा तुमसा ओ मुरली वाले,
एह श्याम खाटू वाले खाटू मुझे भुला ले,