आओ खाटू वाले बाबा, मेरे दिल में तुम समाओ,
कब से तुम्हें पुकारू, मेरे श्याम बाबा आओ,
दुखियों के तुम हो साथी, सब के हो तुम हिमाती,
इस दुख से बाबा मुझको, दिला दो आजादी,
मझधार में हैं नैया, इसे पार तुम लगाओ,
कब से तुम्हे पुकारू, मेरे श्याम बाबा आओ,
मेरा बाबा लखदातारी, कहती हैं दुनिया सारी,
बिगड़ी को हैं बनाता, ये कलयुग का अवतारी,
हारे के साथी बनके, लीले पे चढ़ के आओ,
कब से तुम्हें पुकारू, मेरे श्याम बाबा आओ,
खाटू के जैसी मस्ती, बोलो कहाँ हैं मिलती,
जो भी दर पे इस के आता, झोलियाँ सब की भरती,
तेरे दर्शनों के प्यासे, देने दर्शन तो आओ,
कब से तुम्हें पुकारू, मेरे श्याम बाबा आओ,
खाटू में जो भी जाता, ढेरों खुशियाँ वो हैं पाता,
मेरे श्याम के दर पे आके, सब गम वो भूल जाता,
मोहित को मेरे बाबा, जरा दर्श तो दिखाओ,
कब से तुम्हे पुकारू, मेरे श्याम बाबा आओ!!
तर्ज :- (मुझे इश्क़ हैं तुम्हीं से)
स्वर :- मोहित गोयल
सम्पर्क :- मोहित गोयल