मेरा जीवन हुआ गुलशन तुम्हारा नाम लेने से,
तुम्हारा नाम लेने से तुम्हारा नाम लेने से,
हुई आसान हर उल्जन तुम्हरा नाम लेने से,
मेरा जीवन हुआ गुलशन तुम्हारा नाम लेने से
मुझे अब गम के कांटे भी सहज फूलो की,
लगे पत्झग भी अब सावन तुम्हारा नाम लेने से,
मेरा जीवन हुआ गुलशन तुम्हारा नाम लेने से
ज़माने भर के दुखडो से भरी थी ज़िंदगी मेरी,
मिला हर दर्द को मरहम तुम्हारा नाम लेने से,
मेरा जीवन हुआ गुलशन तुम्हारा नाम लेने से
था खाली खाली सा ये मन ना कोई शोर न रौनक,
महल मन का हुआ रोशन तुम्हारा नाम लेने से,
मेरा जीवन हुआ गुलशन तुम्हारा नाम लेने से
जगत की दुनिया दारी में बंधा था सोनू का ये मन,
के अब टुटा है हर बंधन तुम्हरा नाम लेने से,
मेरा जीवन हुआ गुलशन तुम्हारा नाम लेने से