माता पारवती के प्यारे हम सब के राज दुलारे,
आ जाने से जिनके आ जाती है बहारे,
आज यहाँ लगा है उन्ही का दरबार,
सारे मिल के बोलो गणपति भप्पा का जय जय कार,
देवो में सर्व प्रथम ये पुजाते है,
अलग अलग नामो से ये जाने जाते है,
डूभ रही नाइयाँ भी ये लगाते है पार,
सारे मिल के बोलो गणपति भप्पा का जय जय कार,
विघन हरता ये हम सब के दाता
सुख समृद्धि सब इन्ही से आता,
दी जे लगा के ढोल बजा के हो जाओ त्यार,
सारे मिल के बोलो गणपति भप्पा का जय जय कार,