तर्ज:- मेरे सिर पर रख दो बाबा
कलियुग मै महिमा भारी और दोनों देव महान,
एक रुणेचा रो रामदेव दुजो खाटु श्याम ,
खाटु वाले श्यामधणी का घर घर माही चर्चा है,
रुणीचे कै रामदेव रा देश विदेश मै पर्चा है,
ईक पालणिय अवतारी दुजो दियो शिश को दान,
एक ......
दुर दुर सै पैदल चलकर आव दुनिया सारी जी
हर घर माही देवा म्हारा जयजयकार है थारी जी
लीले री है असवारी दोनां को सांचो धाम
एक....
पीड पड् भक्तां पर तब तब दोड्या दोड्या आव जी
सांच् मन सुं ध्यावणिया री हर तकलीफ मिटाव जी
रोडा को भाग जगादो थान् पुजां आठो याम
एक रुणेचा रो रामदेव
एक.....
रचना:-पवन रोड
सरदारशहर
9772550050