नज़रे कर्म कीजिये मेहर कर दिज्ये,
सुने सुने जीवन में रंग भर दीजिये,
तुझबीण कौन हमारा साई देदो सहारा,
संगी साथी अपने पराये सब से हमने धोखे खाये,
और राह कुछ है नजर न आये दूर करो मुश्किल के साये,
तुझबीण कौन हमारा साई देदो सहारा,
पल में मुकदर साई बदल दे जग मग दीप पानी से चलते,
कड़वी नीम मीठी कर दिनी अन्थो को ज्योति दे दीनि,
तुझबीण कौन हमारा साई देदो सहारा,
हिन्दू मुश्किल सिख ईसाई सब को इक समझते साई,
सब का मालिक एक है कहते खुशियों से झोली भर देते,
तुझबीण कौन हमारा साई देदो सहारा,