सबसे पहले तेरा वंदन करने आई उमानन्द करदे पूरी मुरादे ओ देवा,
सिद्ध करदे तू काज हे गणो के महाराज मेरी बिगड़ी बना दे ओ देवा,
पूजा तेरी सब से पहले देवा जो करता है,
तू उसके सब वीत विनाश के मंगल कर देता है,
मनो कामना पुराण करे भंडारे भरता है,
अपनी शरण में लेले चरणों में जगह देदे मुझे अपना बना ले देवा,
सिद्ध करदे तू काज हे गणो के महाराज मेरी बिगड़ी बना दे ओ देवा,
जिसने श्रद्धा भाव से देवा तुझको नित ध्या है,
तेरी किरपा से उसकी जीवन में सब सुख आया है,
सुमिरन तेरा हे गण्याक यह भगता लाया है,
देदे अपना सहारा मिल जाए किनारा भव पार लगा दे नाइयाँ,
सिद्ध करदे तू काज हे गणो के महाराज मेरी बिगड़ी बना दे ओ देवा,