उचियाँ धारा तेरे डेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
करने दर्शन तेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
कोई ता भगत चल नंगे पैरी आउंदे,
नंगे पैरी औंदे आके शीश झुकाउंदे,
मंदिरा च खांदे हलवा पुरियां,
उचियाँ धारा तेरे डेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
करने दर्शन तेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
दुरो दुरो आंदे तेरे भगत जे आये,
कोई तिरशूल कोई चुनियाँ ले आये,
होनिया ने मनता पुरियां जय हो ज्योता वाली माँ,
उचियाँ धारा तेरे डेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
करने दर्शन तेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
जो मियाँ रानी जी दी शरण च आये,
ओहना दे मियाँ जी ने कष्ट मिटाए,
लौंदे ने सब जैकारे जय हो ज्योता वाली माँ,
उचियाँ धारा तेरे डेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
करने दर्शन तेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
उचियाँ तारा तेरा मंदिर प्यारा,
देखेने दा मियाँ बड़ा सोहना नजारा,
सामने जो चीटियां तारा,जय हो ज्योतावाली माँ
उचियाँ धारा तेरे डेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
करने दर्शन तेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
संदीप ता भजन तेरे लिखदा ही जन्दा,
जग सारा मियाँ तेरे गुण गाउंदा,
तिलक ठाकुर भी नच नच गाउंदा,जय हो ज्योता वाली माँ,
उचियाँ धारा तेरे डेरे जय हो ज्योता वाली माँ,
करने दर्शन तेरे जय हो ज्योता वाली माँ,