तेरे तट पर जो आए मां,तेरे तट पर जो
आए सारे दुख कट जाए सब बिगड़े काम बन जाए
नमामि देवी नर्मदे नमामि मात नर्मदे
नमामि देवी नर्मदे नमामि मात नर्मदे,
ऊंचे पर्वत अमरकंठ से आई मां
ऋषि-मुनियों ने तेरी महिमा गाई मां
हम भी करे गुणगान हैं और करें स्नान हैं
तेरे जल में जो नहाए वो परम पद पाए
सब बिगड़े काम बन जाए
नमामि देवी नर्मदे नमामि मात नर्मदे
भूर मगर पर तेरी अजब सवारी मां
घाट घाट पर तेरी महिमा न्यारी मां
निर्मल तेरी धार है जल का ना कोई पार है
तेरे दर्शन पाएं युग युग तर जाए
सब बिगड़े काम बन जाए
नमामि देवी नर्मदे नमामि मात नर्मदे
नमामि देवी नर्मदे नमामि मात नर्मदे
नर्मदे हर नर्मदे हर नर्मदे हर।
लेखक
पंडित संजय शर्मा नसरुल्लागंज जिला सीहोर