चुपके चुपके रोने वाले,अश्कों को ना बहा
कोई नहीं है तेरा यहां,कौंन आसुं पोछेंगा
चुपके चुपके....
- सुख़ गया आखों का पानी,तेरी याद में रोते रोते
प्रानन प्यारे मिलना सका,जीवन खोते खोते
चुपके चुपके रोने वाले,अश्कों को ना बहा
कोई नहीं है तेरा यहां,कौंन आसुं पोछेंगा
चुपके चुपके.…
- मुख सुख़ गया जब रोते हुए,तब अम्रित भी बरसाया तो क्या
भवसागर में जब डुब चुके,तब नाव किनारे पे लाया तो क्या
दृग लोचन बंद हमारे हुए,निष्ठुर तुं मुस्कराया तो क्या
जब जीवन ही ना रहा जग में,फिर आकर दर्शन दिखाया तो क्या
कौई नहीं है तेरा यहां,कौंन आसुं पोछेंगा
चुपके चुपके रोने वाले,अश्कों को ना बहा
कोई नहीं है तेरा यहां,कौंन आसुं पोछेंगा
चुपके चुपके....
बाबा धसका पागल पानीपत
संपर्कंसुत्र-7206526000