मेरे श्याम का दीवाना तो बने
श्याम मेरे दी बंसी बज्दी जाके दिल नु लग्दी
लखा लोक बजांदे बंसी श्याम जही ना बज्दी
मेरे श्याम..........
पापा वल ध्यान ना किता किते पाप बथेरे
ले तकड़ी प्रभू तोलन लगे अवगुण बक्शो मेरे
मेरे श्याम..........
चार पल्ले मेरे चिकड़ परोते केह्डा पल्ला धोवा
साबन थोडा मैल बथेरी नदी किनारे रोवा
मेरे श्याम.........