मेरी तो तमना यही बस मेरे संवारा,
इक बार आजा मेरी बन मेरे संवारा,
तेरे बिना बिगड़ी मेरी बनाये कौन रे,
बाबा तेरे बिना दुखड़ा भी टाले कौन रे,
कान्हा तेरे बिन बिगड़ी बनाये कौन रे,
तेरे ही भरोसा मीरा पी गई थी विष ,
प्याले में नजर आया था तू ही श्याम उसको,
जेहर को भी अमिरत बनाये कौन रे,
बाबा तेरे बिना दुखड़ा भी टाले कौन रे,
नरसी भगत ने कान्हा तुझको पुकारा था,
बाई बनके नानी बाई का बना तू सहारा था,
श्याम बिना रिश्ता निभाये कौन रे,
बाबा तेरे बिना दुखड़ा भी टाले कौन रे,
भगतो के वश में है तू बना ता है बिगड़ी
सुधामा के चावल खाए कर्मा की खिचड़ी,
अर्जुन को गीता सुनाये कौन रे,
बाबा तेरे बिना दुखड़ा भी टाले कौन रे,
रिया को तो एह संवरिया तेरा ही सहारा है,
सांसो की धुन पर गाती बस नाम तुम्हारा है
सत्ये की राह विजय को दिखाए कौन रे,
बाबा तेरे बिना दुखड़ा भी टाले कौन रे,