आ गई रे आ गई रे मेरी गांव में मैया आ गई रे,
गलियां गलियां फूलो की वर्षा घर घर चौंक फुरा गई रे,
भोर बई जल भरण जा रही चुन चुन फुलवा लेकर आ रही,
मालियाँ की चन्दन लगवा के मेरी प्यास बुजा गई रे
आ गई रे आ गई रे मेरी गांव में मैया आ गई रे,
तोरे ज्वारे पंडा सीजे भर भर लौटा दूध ओ लीजे,
बाबल सरिता को जल लेके चरणों को धुलवा गई रे,
आ गई रे आ गई रे मेरी गांव में मैया आ गई रे,
मैया आई सिंह सवारी सब जन कर रहे जय जय कारी,
करे आरती पूजन वंदन दया नजरियां की कर गई रे,
आ गई रे आ गई रे मेरी गांव में मैया आ गई रे,