मम नमन करो स्वीकार गजानन गोरी के लाला
विघ्न विनाशक नाम तुम्हारा प्रथम पूजे ये जग सारा,
तेरा सच्चा है दरबार गजानन गोरी के लाला,
इक दंत गज सूंड विराजे मूषक सवारी प्यारी लागे,
मोहे दर्शन दो इक वार गजानन गोरी के लाला,
धुप दीप का थाल सजाओ लड्डुवन का मैं भोग लगाउ,
धयावे सुखवीर बरम बार गजानन गोरी के लाला,