हरी गुलाभी नीली पीली चुनरी माँ को चढ़ाये गे,
मेरी मैया के द्वार जायेगे शेरावाली के द्वार जायेगे,
इस दरबार की अजब कहानी सारी दुनिया इस की दीवानी,
मूरत सुहानी सूरत सुहानी भव से पार करे कल्याणी,
नवराते की वेला आई मैया आके बहियाँ दुलायेंगे
मेरी मैया के द्वार जायेगे शेरावाली के द्वार जायेगे,
माथे मुकट कंठ मुंडो की माला माथे भवानी का रूप निराला,
जिस ने जो माँगा कभी नहीं टाला जीवन में सब के लाये उजाला,
माँ है शेरा वाली हम सब मिलकर शीश जुकायेगे,
मेरी मैया के द्वार जायेगे शेरावाली के द्वार जायेगे,
भव सागर जान तरण तारणी मैं तू हु बस तेरी दीवानी,
तू कल्याणी तू है दानी तू है महिषासुर मर्दानी,
तू है जग की तारण हारी तेरे हम गुण गायेगे,
मेरी मैया के द्वार जायेगे शेरावाली के द्वार जायेगे,