जो तेरी ख़ुशी वो मेरी ख़ुशी,
तू जो करता जो भी करता अच्छा साईं नाथ,
जो शान में तेरी दखल करू,
औकात है मेरी क्या साईं नाथ,
जो तेरी ख़ुशी वो मेरी ख़ुशी,
हम से ज्यादा चिंता तुझको
हम से ज्यदा परवाह तुझको,
किस हाल में है तेरे बंदे,
तू ध्यान सदा रखता साईं नाथ,
जो तेरी ख़ुशी वो मेरी ख़ुशी,
सुख में अभिमान करू मैं क्यों,
दुःख में बिन मोत मरू मैं क्यों,
सब छोड़ दिया तुझपर दाता,
अब जो भी तेरी ईशा सैयां,
जो तेरी ख़ुशी वो मेरी ख़ुशी,
कुल दुनिया का करता धरता सब का रखता लेखा जोखा,
जब कुछ भी नही है तेरे सिवा,
फिर क्यों करिए सिकवा सैयां,
जो तेरी ख़ुशी वो मेरी ख़ुशी,
उस की जो रजा में रहते है,
उस पर विस्वाश जो रखते है,
साहिल खुद आप ही करता है,
हर दम उनकी रक्षा सैयां,
जो तेरी ख़ुशी वो मेरी ख़ुशी,