होली खेले रे सांवरियां होली खेले रे,
खेले सब भगतन के साथ सांवरियां होली खेले रे,
खाटू में फिर धूम मची है कैसी अजब बहार,
लगे है मेले भगतो के श्याम लुटा रहे है प्यार,
खेले सब भगतन के साथ सांवरियां होली खेले रे,
रंगो में सब रंग उड़ाते गाये वेग मलाल,
श्याम सांवरियां रास रचाये भक्त रहे है निहार,
खेले सब भगतन के साथ सांवरियां होली खेले रे,
रंग लगा के आज बीघा दो सांवरियां सरकार,
तेरी प्रीत का रंग न छूटे ऐसा भर दो प्यार,
खेले सब भगतन के साथ सांवरियां होली खेले रे,