तर्ज - आने से जिसके आये बहार
देखूँ तुझे तो आये करार , ना देखूँ तो रहू बेक़रार ,
कैसा ये रिश्ता हैं मेरे सांवरे, कैसा ये रिश्ता हैं मेरे सांवरे,
हर घडी लबो पे ,नाम तेरा ही रहता हैं मेरे ,
पल पल ये अँखिया , देखती हैं सपने ये तेरे ,
सपनो में आकर के -2 , क्यों चले जाते हो मेरे सांवरे ,
बोलो क्यों चले जाते हो मेरे सांवरे
कैसा ये रिश्ता हैं मेरे सांवरे - 2
बन संवर के बैठा , वृन्दावन की तू कुञ्ज गलिन में ,
हर कदम की डाली , रहता है तू हर एक कली में ,
मेरे भी दिल में रहो - 2 , दूर क्यों जाते हो मेरे सांवरे,
बोलो दूर क्यों जाते हो मेरे सांवरे
कैसा ये रिश्ता हैं मेरे सांवरे - 2
मांगू क्या मैं तुझसे , तूने सब कुछ तो मुझको दिया हैं,
कोई भी ना देगा , प्यार जितना तूने दिया हैं ,
तेरे सिवा कोई नहीं - 2 ,अब मुझको प्यारा हैं मेरे सांवरे ,
तू ही मुझे प्यारा हैं मेरे सांवरे ,
तेरा ही सहारा हैं , मेरे सांवरे ,
बस तेरा ही सहारा हैं , मेरे सांवरे
Lyrics - Jay Prakash Verma , Indore