आयी शिव रात चले भोले डमरू वाले,
शिव की बारात चली गोरा जी को व्याहने
देव अच् किनार है भूतो की पल्टन,
चली है चुड़ैले देखो आज बड़ी बन ठन,
झूम झूम नाच रही जोगियां छम छम छम
पीट रहे डम डम ढोल रे नगाड़े,
आयी शिव रात चले भोले डमरू वाले,
हलचल मची है आज नगरी में सारी,
देख देख भाग रहे नर और नारी,
दूल्हा है या कोई आया मदारी,
कान में विशु गले नाग है काले,
आयी शिव रात चले भोले डमरू वाले,
गोरा जी की माँ को हुई है हैरानी,
राजा हिमाचल ने करि मन मनानी ,
देख देख गोरा तो मन मुस्कानी,
शिव के गले में गोरा वर माला डाले ,
आयी शिव रात चले भोले डमरू वाले,
कोई भुत मोटा कोई कद का छोटा,
कोई नित नंगा कोई पेहने लंगोटा,
कोई भंग घोट रहा लेके कुण्डी सोटा,
आयी शिव रात चले भोले डमरू वाले,