हर हर हर महादेव हर हर हर महादेव,
हे तीनो लोको के स्वामी,
हे देवो के देव,
हर हर हर महादेव
जय हो काशी विशव नाथ जी जय भोले कैलाशी,
नील कंठ जय हो नागेश्वर जय देवघड के वासी,
गोरी शंकर हे त्रिपुरारी दाता तू ये कुमेर,
हर हर हर महादेव ....
जिसने तेरी धरी धगरियाँ कावड़ के विश्वाशी,
शक्ति बन के स्वयं समै गये भक्तो के सुख राशि,
महा काल तेरी महिमा का हो रस पान सदैव,
हर हर हर महादेव
वेद वे वखाने पुराण भी वखाने भोला के दीवाने जग प्रेम वसा ले,
राम कृष्ण सब से तेरी बनती शरणागत हर देव,
हर हर हर महादेव