तुम बिन हमरी कौन ख़बर ले
गोवर्धन गिरधारी ,गोवर्धन गिरधारी
भक्त मीरा की विपदा में , बस काम तुम्हीं तो आये थे ,
शंकर जी की मुश्किल में , तुम दल बादल सज धाये थे ,
मेरी भी तो आकर सुन लो , ओ जग के रखवारे
गोवर्धन गिरधारी , गोवर्धन गिरधारी
उलझ गये थे तुम्ही जाकर, दुर्योधन के पासों से,
द्रौपदी की लाज बचाई ,लम्पट कामी हाथों से,
मुझ पर भी किरपा हो जाये , अब है मोरी बारी
गोवर्धन गिरधारी , गोवर्धन गिरधारी