गणना मौसमी ना मिले आम रस में,
ले ले रे मजा ले ले बंधू पी के राम रस में
राम नाम रास मीठा इतना लागे मिश्री फीकी,
राम नाम को जपते जपते लिखे रमायन तुलसी,
राम नाम की शबरी दीवानी झूठे वीर खाये वन में,
ले ले रे मजा ले ले बंधू पी के राम रस में
राम रस तू पी ले भैया मिल जाए गी,
शक्ति नशा चढ़े भरपूर तो मानो मिल जायेगी भगति,
राम नाम रस पीकर हनुमत पर्वत लाये पल में,
ले ले रे मजा ले ले बंधू पी के राम रस में
राम नाम का सागर गेहरा डुबकी लगाए धर्मी
राम नाम से वैर करे क्यों सोच समज अधर्मी,
रावण जैसा ग्यानी योदा मारे राम ने राण में,
ले ले रे मजा ले ले बंधू पी के राम रस में