मेरे रोम रोम में श्याम मगन मैं नाचू गी,
नाचू गी मैं नाचूंगी मुझे दुनिया से क्या काम
मगन मैं नाचू गी...
मुझे नचावे उसकी मस्ती मस्ती मलगी बिलकुल सस्ती,
ना कोई लगा दाम मगन मैं नाचू गी,
मैं गिरधर की गिरधर मेरे जन्म जन्म के हो गये फेरे,
मेरा जुड़ गया इनसे नाम मगन मैं नाचू गी,
जब कान्हा की भजे मुरलिया छम छम भाजे मोरी पायलियाँ,
चाहे लोग करे बदनाम मगन मैं नाचू गी,
नरसी इस मोहन की हो कर,
श्याम नाम से मन को धोकर मेरा मिटा गया कष्ट तमाम,
मगन मैं नाचू गी,