रंग बरसे लालो लाल मेरी माँ सिंदूरी दे दर ते,
रंग बरसे लालो लाल
मात वैष्णो दे दर ते रंग बरसे लालो लाल
दसा की इस रंग दे वारे इस रंग ने कई लखा तारे,
जिस नु एह रंग चढ़ जांदा ओह हो जाए मालो माल,
मेरी माँ सिंदूरी दे दर ते,
रंग बरसे लालो लाल
कर्मा भागा वालेया दे माँ दर गोरे कालेया ने इको रंग विच रंग जांदे ने,
सब लगदे बड़े कमाल,
मेरी माँ सिंदूरी दे दर ते,
रंग बरसे लालो लाल
रेखा शर्मा एह रंग रंगके इहो मुरादा माँ तो मंग के,
गेजी कहंदा चरनी लग के हो जान हल सवाल,
मेरी माँ सिंदूरी दे दर ते,
रंग बरसे लालो लाल