कानूड़ा लाल घडलो म्हारो,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे ,
भर दे, ऊंचा दे, सर पर धर दे रे ,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे,
तू मत जाणी कान्हा, आई मैं अकेली,
सात सहेलियां म्हारे संग छे रे ,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे,
तू मत जाणी कान्हा, दूर गाँव की ,
बरसाने म्हारो घर छे रे ,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे,
तू मत जाणी कान्हा, अकन कंवारी ,
श्री कृष्ण म्हारो वर छे रे ,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे,
चन्द्रसखी ब्रजपाल कृष्ण छवि,
हरि के चरणों मे महारो चित स रे,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे
भर दे, ऊंचा दे, सर पर धर दे रे ,
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे,
संपादक:-विजय डिडवानिया
सरदारशहर
9511539933