आयो फगुनियो रंगीलो खाटू चालो के श्याम श्याम बोलता चलो
बोलता चलो जी श्याम बोलता चलो
आयो फगुनियो रंगीलो खाटू चालो के श्याम श्याम बोलता चलो
सब के मन में चाव है बाहरी,
जावन की सब रा तयारी,
देखो श्याम बाबो तेरो है झाडो के श्याम श्याम बोलता चलो
श्याम धनि से मिल कर आ सा
अपने दिल का हाल सुना सा
चालो थारी की सुनो गो खाटू वालो
के श्याम श्याम बोलता चलो
मीठा मीठा भजन सुना सा
नाच गाये कर श्याम रिजाये सा
चालो भगता सागे थी भी घुमर घालो
के श्याम श्याम बोलता चलो
जो कोई श्याम शरण में आवे
मन वंचित फल तुरत ही पावे
बिन्नू बाबा को दरबार है निरालो
के श्याम श्याम बोलता चलो