बड़ी ही किस्मत वाला मैं जो आया तेरे द्वारे ओ श्याम,
रात भर नाचू खाटू में बस लेकर तेरा नाम,
दरबार सजे है फूलो से और झांकी तेरी न्यारी है,
सारे जग में कही न मिले गी ऐसी शोभा थारी है,
आया जब से देख रहा मैं मुखड़ा तेरा प्यारा श्याम,
रात भर नाचू खाटू में बस लेकर तेरा नाम,
शाम सवेरे देखु तुझको कितना सूंदर रूप है,
तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया आधो धुप है,
जब भी जग से हारु मुझको देता तू सहरा श्याम,
रात भर नाचू खाटू में बस लेकर तेरा नाम,
लिखने का कोई शोंक नहीं तेरी याद ने कलम थमा दी है,
रोग तेरी यारी का ऐसा लगा अस्को की शाही मिला दी है,
सोनी की कलम है छोटी और तेरी महिमा अप्रम पार,
रात भर नाचू खाटू में बस लेकर तेरा नाम,