तर्ज : चिट्ठी ना कोई संदेश जाने वो कौन सा देश
मेरी चिंता करने वाला, भगतो का रखवाला,
खाटु में बैठा है, खाटु में बैठा है,
मेरी चिंता करने वाला, भगतो का रखवाला,
खाटु में बैठा है, खाटु में बैठा है.....
खाटु के कण कण में, रहते है बाबा श्याम,
हम खाटु जाकर के, करते है उन्हें प्रणाम,
मेरे संग चलने वाला, भगतो का रखवाला,
खाटु में बैठा है, खाटु में बैठा है.....
अब श्याम की यादों में, मेरे आंसू बहते है,
हम श्याम के प्रेमी है, ये शान से कहते है,
मेरा श्याम है दिलवाला, भगतो का रखवाला,
खाटु में बैठा है, खाटु में बैठा है.....
मैं जब भी बुलाऊँगा, ये दौड़के आएगा,
विस्वास मेरा है, ये रुक नही पायेगा,
सुनले ओ " गोपाला " भगतो का रखवाला,
खाटु में बैठा है, खाटु में बैठा है,
मेरी चिंता करने वाला भगतो का रखवाला,
खाटु में बैठा है, खाटु में बैठा है.....