मेरे अंधियारे जीवन में तुम दया की ज्योत जला देना ,
गणेश जी ओ गणेश जी,
पतझड में फूल खिलाये बुझते दीप जलाए तू,
जीवन की उल्जन सुल्जाये ,
बिछड़े मीत मिलाये तु,
ओरो के जैसा मेरा भी तुम सोया भाग जगा देना,
गणेश जी ओ गणेश जी,
ब्रह्मा पूजे विष्णु पूजे आशीष दे शिव त्रिपुरारी,
घर घर आदि भगतन पूजे पूजे हर मंदिर पुजारी,
मंवांचित फल देने वाले तू मन की प्यास बुजा देना,
गणेश जी ओ गणेश जी,