नाचो रे आज नाचो कौन रोक रहा है,
मस्त समा है रे आज मस्त समा है,
नाचो रे आज नाचो कौन रोक रहा है,
सज धज के बैठे है सरकार मेरे,
ये चाँद हम सब है इनके सितारे,
मतवाली रात है बाबा भी साथ है,
महफ़िल के साहिब का रंग चढ़ा है,
मस्त समा है रे आज मस्त समा है,
कहता हु सब ने नचना पड़े गा,
बैठे है उनको उठना पड़ेगा,
छोड़ो कैसी लाज है मौका मिला आज है,
कल होगा क्या किसको पता है,
मस्त समा है रे आज मस्त समा है,
दरबार में इस के नच कर तो देखो,
दिल की बात बाबा से कह कर तो देखो,
सुनता सब की बात है देता हाथो हाथ है,
राजी मेहर ने ये सच ही कहा है,
मस्त समा है रे आज मस्त समा है,